कनिष्ठ अभियंता दुर्गेश अहिरे ने अधिकारी के नाम पर अवैध बांधकामों से लाखों रुपये वसूले ?

मिरा भाईंदर महानगरपालिका प्रभाग समिती क्र.०६ में ठेका पदत्ति पर कार्यरत कनिष्ठ अभियंता दुर्गेश अहिरे काशिमिरा परिसर में स्थित दाचकुलपाड़ा , मांडवीपाड़ा , मासाचापाड़ा , काजुपाड़ा , चेना आदि परिसर में अवैध बांधकाम करने देने के लिए प्रति रूम के 40000 के हिसाब से भूमाफियाओं से अपने नीचे काम करने वाले कर्मचारियों के माध्यम से अवैध वसूली करता है , ऐसी सनसनीखेज जानकारी हमें सूत्रों से प्राप्त हुई है। जो इनको रिश्वत नही देता उनके घर यह अभियंता तुरंत जमींध्वस्त कर देता है। कुछ दिनों पहले ही ऐसा वीडियो भी वायरल हुआ था। पूरे काशिमिरा परिसर में इस अभियंता ने अपना दबदबा बना रखा है। 

यह कनिष्ठ अभियंता खुलेआम इतने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करता आ रहा है , इस बाबत अखबारों में खबरे प्रकाशित होने के बाद भी इस अभियंता पर प्रशासन द्वारा कोई कारवाई नही की जाती। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रभाग समिती क्र. ०६ के तत्कालीन प्रभाग अधिकारी योगेश गुणीजन की बदली होने के बाद से ही नए नियुक्त प्रभाग अधिकारी के नाम पर इस कनिष्ठ अभियंता ने भूमाफियों से करीब 6 - 7 लाख रुपये वसूल कर लिए है। मात्र 10 - 15 दिनों में इतनी बडी रक्कम से आप अंदाजा लगा सकते है यह व्यक्ति कितने बड़े पैमाने पर खुलेआम भ्रष्टाचार को अंजाम दे रहा है।

ज्ञात रहे कि इसी कनिष्ठ अभियंता का सगा भाई प्रभाग समिती क्र.०१ में कार्यरत था जो कुछ महीनों पहले ही अपने अधिकारी के नाम पर एक अवैध बांधकाम से लाखों रुपये वसूली करने के प्रकरण का भांडाफोड़ होने पर मनपा की सेवा से निलंबित कर दिया गया था। उक्त प्रकरण में इसी अभियंता का तीसरा सगा भाई भी शामिल था (cctv में देखा गया था), लेकिन उस पर कोई कारवाई नही हुई थी। 

आरोप तो यह भी है कि इन भाइयों ने जो मनपा में अपनी इंजीनियरिंग के दस्तावेज जमा किये है वो फर्जी है , स्थानिक अखबार में इस बाबत कई बार खबरे प्रकाशित भी हुई है , खैर ये तो जांच का विषय है , देखते है कि प्रशासन इन भ्रष्टाचारियों के खिलाफ क्या कदम उठाता है।